Saryu Canal Project : नेपाल से सटे यूपी के nine district PM मोदी ने दी सरयू नहर प्रॉजेक्ट की सौगात
Deepika_singh
Updated: 11 December , 2021, 2:44 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश बलरामपुर सरयू नहर लोकार्पण कर दिया। 800 करोड़ रुपये की परियोजना
PM बोले- पानी प्राप्त करेंगे किसानों के प्यासे खेत
हर किसान के खेत तक पानी पहुंचे यही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उसका सबूत है सरयू नहर परियोजना का पूरा होना है। जब सोच ईमानदार होती है तो काम दमदार होता है। इतिहास गवाह है कि अगर किसी प्यासे को प्याला भर पानी पिला दें तो वो इंसान जीवन भर उस इंसान को नहीं भूलता है। आज किसानों के प्यासे खेत जब पानी प्राप्त करेंगे तो हमें भरोसा है कि जीवन भर आपका आशीर्वाद हमें काम करने की प्रेरणा देगा।
पीएम मोदी ने बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना के उद्घाटन कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव पर तंज कसा। मोदी ने बिना नाम लिए अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा- आज जब मैं दिल्ली से यहां के लिए चला तो इंतजार कर रहा था कि कोई कह दे कि यह परियोजना तो हमने शुरू की थी। कुछ लोग केवल लालफीता काटने के लिए ही सोचते रहते हैं।
बलरामपुर पहुंचे पीएम मोदी ने जनरल बिपिन रावत को याद किया। मोदी ने कहा कि जनरल का जाना देश के लिए बड़ी क्षति है। वह जहां कहीं भी रहेंगे, भारत को आगे बढ़ाते रहेंगे। हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए देश के सभी जवानों को श्रद्धांजलि। उन्होंने घायल वरुण सिंह के स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना के उद्घाटन के लिए पहुंच गए हैं। मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मौजूद। कार्यक्रम के लिए बड़ी संख्या में जनता पहुंची हुई है। योगी ने मां दुर्गा की प्रतिमा देकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
सरयू नहर परियोजना से जुड़ेंगे नेपाल से लगे यूपी के nine district
सरयू नहर परियोजना से बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, महराजगंज और गोरखपुर को जोड़ा
318 किमी लंबी इस परियोजना को 9800 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। सरयू नहर परियोजना का फायदा
पांच नदियां आपस में जुड़ेंगी सरयू नहर परियोजना से
सरयू नहर परियोजना में पांच नदियों को भी जोड़ा गया है। घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिन नदियों को जोड़ते हुए 318 किलोमीटर लम्बी मुख्य नहर और इससे जुड़ी half-dozen,600 किलोमीटर लिंक नहरों वाली उक्त नहर से पूर्वांचल के नौ जिले जुड़ेंगे। इस परियोजना से एक तरफ जहां किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए मुफ्त पानी की सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ बाढ़ की त्रासदी भी कम होगी। नदियों के पानी का डायवर्जन नहरों में होने से बाढ़ का असर कम होगा।
परिकल्पना 1971 तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने की थी लेकिन पूरा होने पांच दशक बीत गए। सरयू नहर परियोजना देश की सबसे बड़ी सिंचाई सरयू नहर पूर्वांचल किसानों की किस्मत बदलेगी।
318 किमी लंबी इस परियोजना को 800 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस परियोजना में पांच नदियों को भी जोड़ा गया है। घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिन नदियों को जोड़ते हुए 318 किलोमीटर लम्बी मुख्य नहर और इससे जुड़ी vi,600 किलोमीटर लिंक नहरों वाली उक्त नहर से पूर्वांचल के नौ जिलों बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर
सरयू नहर परियोजना
1978 में इस पर बहराइच से शुरू काम
1978 में इस पर बहराइच से काम शुरू हुआ था। देवीपाटन मंडल के चारों जिले बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर और गोंडा इसमें शामिल थे। साल 1982 में इसे अन्य जिलों के लिए विस्तार दिया गया। घाघरा, राप्ती, सरयू, बाणगंगा और रोहिणी नदी को आपस nine जोड़कर nine nine में vi,623 किमी नहरों का जाल बिछाकर दूरदराज के गांवों में पानी पहुंचाने की योजना बनाई गई।
saryu canal project
1978 में हुई थी परियोजना
इस को जब 1978 शुरू किया गया। उस वक्त इस पर खर्च लिए 2015 में केंद्र सरकार ने पीएम कृषि सिंचाई योजना शुरू कर हर खेत को पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा।
सरयू नहर परियोजना के निर्माण से कई लाभ होंगे। एक तरफ जहां किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए मुफ्त पानी की सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ बाढ़ की त्रासदी भी कम होगी। नदियों के पानी का डायवर्जन नहरों में होने से बाढ़ का असर कम होगा। पशु-पक्षी भी अपनी प्यास बुझा सकेंगे।
इसमें घाघरा से सरयू व सरयू से राप्ती को जोड़ा गया है। इसके साथ ही राप्ती को बाणगंगा तथा बाण गंगा से रोहिन नदी जोड़ी गई है। नदियों को आपस में जोड़ने से बाढ़ जैसी विभीषिका से भी लोगों को बचाया जा सकेगा। इसके साथ ही सिंचाई के लिए नहर में पानी छोड़ा जा सकेगा।
आजाद भारत की सबसे बड़ी सिंचाई की सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण आज प्रधानमंत्री मोदी बलरामपुर में करेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपाई की कर्मभूमि बलरामपुर से कोई बड़ा संदेश भी दे सकते हैं। पीएम मोदी सबसे पहले इस सरयू नहर परियोजना के मॉडल का अवलोकन करेंगे। यह मॉडल नोयडा में विशेषज्ञों के द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें नौ जिलों में इस परियोजना को दर्शाया गया है। इसी मॉडल पर बटन दबाकर पीएम मोदी परियोजना का लोकार्पण करेंगे।
मॉडल में बनी नहरों में जैसे ही पानी का संचालन होगा ठीक उसी दौरान सभा स्थल से कम्प्यूटर के माध्यम से श्रावस्ती स्थित राप्ती बैराज को खोल दिया जाएगा। राप्ती बैराज के खुलते ही सरयू नहर में पानी पहुंच जाएगा। इसके बाद पीएम मोदी सभा स्थल पर पहुंचकर लोगों को संबोधित करेंगे। उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तैयारियां युद्ध स्तर पर की गई हैं। सभा स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। शुक्रवार को सूबे के जलशक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह, पूर्व सांसद दद्दन मिश्र, आयुक्त देवी पाटन मंडल एसबीएस रंगाराव, डीएम श्रुति व एसपी हेमंत कुटियाल सहित कई अन्य लोगों ने सभा स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया।