दंडासन योग
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								    	by Raunak
								        
									
								
यदी व्याक्ति मजबूर हो तो हर काम आसान से कर पाता है। इसलिये हर व्यक्ति चाहता है की वो मजबूर हो। याद कोई पुरुष मजबूर होने के साथ साथ, अच्छे कदम वाला, छोटी छती वाला हो तो वो और भी अधिक वास्तविक लगता है। योग की मदद से आप चोड़ी और मजबूर छटी पा सकता है।
योग के अंतरगत किए जाने वाले, दंडासन को इसे करने से बहुत फायदा मिला है। ये बहुत ही कम समय में व्यकी के शरीर को मजबूर बनाता है। इसे अंग्रेजी माई स्टाफ पोज योग कहा जाता है।
जो लोग दिनभर बैठाकर काम करते हैं, उनका बैठने की मुद्रा बहुत खराब हो जाता है। ऐसे लोगो को दंडसन जरूर करना चाहिए। क्योकी ये बॉडी के पोस्चर को भी सुधरता है। ये आपके रिद्ध की हदी को सीधी बनाना है।
इस्लिये याद आपको लगता है कि आपका शारिर ऊपर से जुख गया है या फिर आपकी पोशाक बॉडी शेप मैं नहीं है तो आपको इसका अभ्यास शुरू कर देना चाहिए। इस्की विधि और फायदे जाने के लिए पढ़े दंडासन
दण्डासना ? छाती मज़बूत  बनाये
दण्डासना स्टेप्स में देखे इसके करने की विधि 
1. दंडासन का अभ्यास करने के लिए किसी समतल जग का चुनाव करके, दारी बिछाकर बैठा जाए।
2. आपको बैठते वक्त अपनी पीठ की हदी को बिलकुल सीधा रखना है। आपके जोड़े को भी एक दूसरे से स्टाकर रखे।
3. अपने सर को भी एकदम सीधा रखें, याद आपको कन्फ्यूजन हो तो दिखे गए चित्र की मदद ले।
4. इस्के पास आप अपने जोड़े की उंगालियो को और की और मौडने की कोषिश करे और तलवो को बहार की तरफ करे।
5. सांस को समयाता चलने दे और इस स्थिति में 20 से 30 सेकेंड तक रहे।
स्टाफ़ पोज़ में की जाने वाली सावधानियाँ
जब भी आप दंडासन योग को करते हैं तो आपको कुछ चिजो का ध्यान रखना चाहिए:-
 
दंडासन करने मैं तो वैसा बहुत ही आसान है, लेकिन याद आपके योग के लिए नए हो तो बेहतर होगा की आप योग शिक्षक की देख में इसका अभ्यास करे।
याद आपको पीठ, कमर दर्द आदि में किसी तरह की चोट हो तो इस आसन का अभ्यास ना करे।
1. ये आसन का अभ्यास करने से कंधो और छटी में खिचाव आता है।
2. जो लोग दंडासन का अभ्यास करते हैं, उनके शरीर की मुद्रा सुधारती है।
3. इस आसन को करने से पीठ की माशपेशिया मजबूरत होती है।
4. इससे आपके पेट माई खिचव आता है और वो मजबूरत बनता है।
5. अस्थमा के इलज के लिए भी ये योगासन फैदमांड है।
6. दंडासन को करने से तनव दूर होता है और मानसिक शांति मिलती है।
ये एकग्रता बढ़ाने में मैं सहायक है इस्लिये स्टूडेंट्स को तो इस्का अभ्यास जरूर करना चाहिए।
7. इससे पचन तंत्र मजबूर होता है, और शरिर के सभी अंग मजबूर होते हैं।
8. रिध की हदी से जुडी का परेशानी इससे दूर होती है।
शुरुआत के लिए टिप:-इसे करते वक्त आपका वजन नितांबो पर अच्छी तरह संतुलित होना चाहिए। साथ ही याद से शुरू में ये नहीं करते बन रहा है तो आप शुरू के 3 से 4 दिन इस योगासन को दिवारे के सहे टेक कर भी कर सकते हैं।
 
[अपने जाना दंडासन। भले ही ये आसन दिखने में आसान है लेकिन छत्ती, पेट और पीठ के लिए अच्छा व्यायाम है। ये पर्वतासन का बैठा हुआ प्रकर है। ये मुद्रा बैठाकर की जाने वाले आसन की नीव
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